जम्मू-कश्मीर में 2.26 लाख बाढ़ प्रभावितों को बचाया गया.
बाढ़ प्रभावित जम्मू-कश्मीर में राहत और बचाव का कार्य सोमवार को 14वें दिन भी जारी है. ताजा जानकारी के मुताबिक रेस्क्यू ऑपरेशन में शाम 4 बजे तक 2.26 लाख प्रभावितों को सुरक्षित निकाल लिया गया है. रक्षा प्रवक्ता कर्नल एसडी गोस्वामी ने बताया कि सशस्त्र बलों और एनडीआरएफ ने घाटी में बचाव व राहत अभियान में तेजी ला दी है.
सशस्त्र बलों द्वारा राहत और बचाव अभियानों के लिए जम्मू क्षेत्र में मिशन राहत, जबकि कश्मीर क्षेत्र के लिए मिशन सहायता शुरू किया गया था. गोस्वामी ने कहा कि भारतीय वायुसेना और थलसेना एविएशन कोर के 80 परिवहन विमान और हेलीकाप्टरों को राहत व बचाव अभियानों में लगाया गया है. सेना ने अभियानों में करीब 30 हजार जवानों को तैनात किया है, जबकि 5,08,000 लीटर से ज्यादा पानी और 1,054 टन खाने के पैकेट और तैयार भोजन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहले ही वितरित किए जा चुके हैं.
गोस्वामी ने मुताबिक, वस्त्र मंत्रालय, रेड क्रॉस सोसाइटी, पंजाब और झारखंड सरकार की ओर से सोमवार को 33 हजार से ज्यादा कंबल बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भेजे जा रहे हैं. इससे पहले 8,200 कंबल और 1,572 टेंट बाढ़ पीड़ितों को मुहैया कराए गए थे. सशस्त्र बलों के हेलीकाप्टरों और विमानों ने 2,451 उड़ानें भरी हैं और 3,435 टन राहत सामग्री वायुसेना द्वारा गिराई गई है.
राहत व बचाव अभियानों में सेना की 224 नावों और एनडीआरएफ की 148 नावों को भी शामिल किया गया है. गोस्वामी ने बताया कि सशस्त्र बलों ने श्रीनगर और जम्मू क्षेत्र में 19 राहत शिविर स्थापित किए हैं. श्रीनगर क्षेत्र में बीबी कैंट, अवंतीपुर, ओल्ड एयरफील्ड, सुमबल, जीजामाता मंदिर आदि स्थानों पर राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जहां हजारों लोगों को शरण दी गई है. प्रभावित लोगों को भोजन और अन्य मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं.
दूसरी ओर, सड़क संपर्क बहाल करने के लिए सीमा सड़क संगठन के पांच कार्यबलों को श्रीनगर, राजौरी और अखनूर में तैनात किया गया है. इनमें 5700 कर्मी हैं See More
No comments:
Post a Comment